वो अजीवित भी जीवित है मेरे इरादों व मेरी प्रेरणा में एक मजबूत स्तम्भ की तरह मेरे जीव वो अजीवित भी जीवित है मेरे इरादों व मेरी प्रेरणा में एक मजबूत स्तम्भ की तर...
ऐसे कैसे!कवि, जबरन गीत सुनाते हैं। नहीं सुनते यदि श्रोता, दादागिरी बताते हैं। ऐसे कैसे!कवि, जबरन गीत सुनाते हैं। नहीं सुनते यदि श्रोता, दादागिरी बतात...
गिर गया तुम्हारा आचार। किया इस पर विचार। गिर गया तुम्हारा आचार। किया इस पर विचार।
छेड़छाड़ चलता यहाँ, बदल रही तकदीर। छेड़छाड़ चलता यहाँ, बदल रही तकदीर।
आचार, विचार, व्यवहार संग सदाचार भी जरूरी है. आचार, विचार, व्यवहार संग सदाचार भी जरूरी है.
हर पल सुकून मिलेगा …. तुझे तेरी अपनी साँसो में …. हर पल सुकून मिलेगा …. तुझे तेरी अपनी साँसो में ….